🌌 तुम सूर्य से भी पुराने तारों की धूल से बने हो! 🌠
तुम्हारे शरीर के अणु सूर्य से भी पुराने हैं। तुम उन तारों की यादें संजोए हुए हो जो अब अस्तित्व में नहीं हैं।
🌌 तुम सूर्य से भी पुराने तारों की धूल से बने हो! 🌠
तुम्हारे शरीर का हर अणु — खून में मौजूद लोहा से लेकर हड्डियों में मौजूद कैल्शियम तक — अरबों साल पहले विशाल तारों के हृदय में बना था। जब वे तारे सुपरनोवा के रूप में विस्फोट हुए, तो उन्होंने अपने तत्व पूरे ब्रह्मांड में बिखेर दिए। 🌠
बाद में, उन्हीं प्राचीन अणुओं से भरे गैस और तारों की धूल इकट्ठा होकर सूर्य, पृथ्वी और अंत में तुम बने। इसका मतलब है कि तुम सौरमंडल से भी पुरानी तारों की धूल से बने हो।
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि तुम्हारे शरीर में मौजूद कार्बन, ऑक्सीजन और नाइट्रोजन के अणु लगभग 7 से 13 अरब साल पुराने हैं। जबकि सूर्य केवल 4.6 अरब साल पुराना है। यानी तुम अपने भीतर उन तारों की यादें लिए चलते हो जो अब अस्तित्व में नहीं हैं। 🤯

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